गुरुवार, 5 सितंबर 2013

शिक्षक दिवस पर कविता

आदर्शों की मिसाल बनकर
बाल जीवन संवारता शिक्षक,

सदाबहार फूल-सा खिलकर
महकता और महकाता शिक्षक,

नित नए प्रेरक आयाम लेकर
हर पल भव्य बनाता शिक्षक,

संचित ज्ञान का धन हमें देकर
खुशियां खूब मनाता शिक्षक,

पाप व लालच से डरने की
धर्मीय सीख सिखाता शिक्षक,

देश के लिए मर मिटने की
बलिदानी राह दिखाता शिक्षक,

प्रकाशपुंज का आधार बनकर
कर्तव्य अपना निभाता शिक्षक,

प्रेम सरिता की बनकर धारा
नैया पार लगाता शिक्षक।

तरुणा खुराना

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